शून्यसंग क्या है ?

शून्यसंग

शून्यपंथ, शून्य के अदृश्य निराकार रूप से प्रेरित है |शून्यपंथ में किसी भी साकार वस्तु, जीवित अथवा मृत व्यक्ति, चित्रदिशा, नामरूढ़िवादी मान्यताओं और अंधविश्वास का कोई स्थान है | वर्षों से शून्यपंथ द्वारा शून्यात्म और मोक्ष की वास्तविकता को उजागर करने के लिए समय-समय पर शून्यात्मिक चर्चा का आयोजन किया जाता है जिससे हर प्रकार के भय और भ्रम से छुटकारा मिलता है | शून्यपंथ का मुख्य उद्देश्य, शून्य की खोज कर रही सभी आत्माओं के लिए शून्यज्ञान द्वारा मोक्षप्राप्ति को सरल करना है | शून्यज्ञान से जीवन का उद्देश्य और संसार में उपस्थित निराकार और साकार वस्तुओं का गूढ ज्ञान भी होता है | शून्यज्ञान में आत्मिक विकास और अंतर्दृष्टि विकसित करने की अदभुत शैली का पता चलता है |शून्यपंथ दिव्य आत्माओं को शून्यात्मिक-ज्ञान प्रदान करता है | शून्यपंथ धर्म नहीं है और ना ही किसी को आस्था परिवर्तन के लिए कहता है |

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